जलालाबाद/फाजिलका-(दलीप दत्त)-जलालाबाद हल्के के गांव टिवाना कलां में नरेगा के काम की आनलाइन हाजरी न लगने के चलते लोग काफी परेशान हैं। गांव वासियों का कहना है कि 6 महीने के बाद उनको नरेगा में काम मिला है वह भी महज 6 दिन का। बीते 2 दिन से वह काम पर जा रहे हैं लेकिन आनलाइन हाजरियां न लगने के चलते वह परेशानी में हैं।
जानकारी देते हुए गांव टिवाना कलां निवासी महिला लालोबाई ने बताया कि 6 महीने बाद उनको 6 दिन का काम मिला है। उनका कहना है कि उक्त काम हर मनरेगा मजदूरों को 3 से 12 दिन का ही मिल पाता है। उन्होंने बताया कि उनकी आनलाइन हाजरी लगेगी तभी उनको पैसे मिलेंगे। उसने बताया कि उनका बेटा उन्हें कुछ नहीं देता जिसके चलते वह मजबूरन मनरेगा में काम करती है ताकि उसके घर का सर्कल चल सके। बलविंदर सिंह का कहना है कि उनको 7-8 महीने बाद काम मिला है और बीते दिन भी 40 से 50 लोगों की आनलाइन हाजरी लगी है तथा आज भी लगभग 250 लोगों को आनलाइन हाजरी के चलते परेशानी झेलनी पड़ रही है जिनमें आधो लोग वापिस लौट चुके है। विभाग कहता है कि आनलाइन हाजरी लगेगी तभी काम मिलेगा नहीं तो वह उनको घर भेज दो या अपने रिस्क पर काम दे सकते हैं। गांव निवासी करनैल सिंह की मांग है कि प्रशासन को इसका हल निकालकर हाजरी लगवाई जाए और मनरेगा का काम चलाया जाए।
उधर दूसरी ओर इस मामले में गांव के सरपंच का कहना है कि उनके द्वारा संबंधित विभाग से बात की गई है लेकिन विभाग का कहना है आप अपने रिस्क पर काम करवा सकते हो। इसको लेकर सरपंच संशय में है कि यदि वह लेबर से काम करवा लेते हैं। कल को हाजरियां न लगने के चलते पेमेंट नहीं आती तो ऐसे में उनके लिए एक बड़ी मुसीबत बन जाएगी। बता दें कि काम करने वाली लेबर का कहना है कि वह बीते 2 दिन से परेशान हो रहे हैं।