फाजिलका–(दलीप दत्त)-स्थानीय गली डा. मोहन सिंह निवासी बाल ब्रह्माचारी 49 वर्षीय इंद्रजीत वधवा का अकास्मिक निधन हो गया। उनके पड़ौसी समाजसेवी रमन सेतिया तथा शेखर ठठई ने उनके बड़े भाई डाक्खाना फाजिल्का के सेवानिवृत कर्मचारी मदन गोपाल, उनकी धर्मपत्नी वीना रानी तथा सपुत्र दीपक को नेत्रदान के लिए प्रेरित किया। परिवार द्वारा सहमति जताए जाने पर रमन सेतिया ने सोशल वेलफेयर सोसायटी के मीडिया सचिव राकेश गिल्होत्रा से संपंर्क किया। तत्पश्चात सोसासटी के अध्यक्ष शशिकांत, नेत्रदान प्रोजेक्ट चेयरमैन रवि जुनेजा, सोशल मीडिया इंचार्ज संदीप अनेजा, सचिव अवनीश सचदेवा तथा सुनील सेठी ने दिवंगत इंद्रजीत वधवा के तुरंत उनके नेत्र सुरक्षित करवाए तथा उनका कोर्निया पुनर्जोत आई बैंक सोसायटी लुधियाना को प्रत्यारोपण हेतु भेज दिया। इस नेत्रदान में अबोहर के समाजसेवी अजय चलाना तथा डाक्टर श्रीराम का विशेष सहयोग रहा। इस संबंधी अधिक जानकारी देते हुए गिल्होत्रा तथा अनेजा ने बताया कि अविवाहित इंद्रजीत वधवा सोसायटी के 437वें नेत्रदानी बने और उनका कोर्निया श्रेष्ठ ‘ए’ ग्रेड का था। इसके साथ ही सोसायटी द्वारा अब तक 872 नेत्रहीनों के जीवन में उजाला किया जा चुका है। अब इंद्रजीत वधवा की आंखों से भी 2 नेत्रहीन इस सुंदर संसार को देखने में सक्षम होंगे। सोशल वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों द्वारा अंतिम संस्कार के अवसर पर मृतक की देह पर नेत्रदाता की चादर चढ़ाई गई और परिवार का आभार प्रकट किया गया।