कर्नाटक सरकार द्वारा दसवीं क्लास के सिलेबस बीच में से शहीद भगत सिंह के साथ संबंधी कांड को बाहर निकालने पर रोष प्रदर्शन किया गया
फाजिलका-(दलीप दत्त)- पंजाब स्टूडैंट्स यूनियन द्वारा एमआर सरकारी कालेज फाजिल्का में कर्नाटक सरकार द्वारा दसवीं क्लास के सिलेबस बीच में से शहीद भगत सिंह के साथ संबंधी कांड को बाहर निकालने और अन्य आर.एस.एस. के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार के साथ संबंधी कांड में शामिल करने पर रोष प्रदर्शन किया गया।
इस मौके पंजाब स्टूडैंट्स यूनियन के जिला प्रधान धीरज कुमार और कालेज कमेटी प्रधान जसप्रीत सिंह कहा कि केंद्र सरकार लगातार अपनी नीतियों द्वारा शिक्षा का भगवाकरन कर रही है और यदि आज कर्नाटक सरकार द्वारा शहीद भगत सिंह के साथ संबंधी कांड को बाहर निकाला गया है तो यह केंद्र सरकार की पूरी की पूरी नीति है कि वह शिक्षा का भगवाकरन करके नौजवान पीढ़ी अंदर से क्रांतिकारी विचारधारा को खत्म करना है। नेता विद्यार्थियों द्वारा यह कहा गया कि जब हम शहीद भक्त सिंह की जीवनी और लिखतें पढ़ते हैं तो समाज में घट रही घटनाएं जैसे जातीवाद के नाम पर लोगों को लड़ाना, धर्म के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाना सब गलत है और यह सभी सजाजिक घटनाएं जो कोई लोगों को गलत सीध देती हैं विरुद्ध आवाज उठाने के लिए प्रेरित करती हैं परंतु आर.एस.एस और बी.जे.पी के कार्यकर्ता लगतार लोगों को धर्म और जाति के नाम पर लडा रहे हैं और उनकी पूरी की पूरी नीति है देश में रहते अलग अलग धर्म और जातियों के लोगों को तोड़ने की। आर.एस.एस को बी.जे.पी सरकार लगातार बढ़ावा दे रही है जब कि इन की कोई देन नहीं देश को। इस मौके नेता प्रवीन कौर और ममता ने कहा कि आज हमारे सिलेबस में सरकार द्वारा ऐसे लोगों की जीवनियां पढ़ने को दीं जा रही हैं जो कोई सिर्फ फासीवाद नीतियों पर अधारित हैं। जिन का एक मात्र मकसद है कि वह पूरे भारत में शिक्षा का भगवाकरन करके एक देश, एक रास्ट्र, एक भाषा और हिंदी, हिंदु,हिन्दूतवाद की नीतियों को लागू करना चाहते हैं। सिलेबस भी इस अधारित और विद्यार्थियों को दिया जा रहा है। यदि यह सरकारों की नीतियां शिक्षा का भगवाकरन करने पर लागू रही और 10 के और स्कूलों कालेजों के सिलेबस में शहीद भगत सिंह का इतिहास न दाखिल किया गया तो इस संघर्ष को और आगे बढ़ाया जाएगा।